Monday 9 April 2012

जादू-तमन्ना

नमस्कार दोस्तों....आज सुबह- सुबह कहाँ खो गए आप...अगर नहीं तो आज आपकी मुस्कान कहाँ गयी....ये तो कोई बात नहीं हुई .....खिड़की से बाहर झांकिए और देखिये तो सुबह की ठंडी बयार और मादक फूलो ने आपके तन मन पर कैसा जादू चलाया है.... दोस्तों....... इस जादू का खेल भी बड़ा निराला है......किसी ने जादूभरी नजरों से देखा और आप फ़िदा...कभी किसी के हुस्न का जादू आप पर चल गया तो कभी किसी की बातों का जादू तो कभी मनमोहक... मुस्कान का जादू........किसी के दिमाग पर सिर्फ पैसे का जादू चलता है.तो किसी प्रेयसी पर अपने प्रियतम का जादू........पर दोस्तों सोचिये तो जादू है क्या बला....science की भाषा में इसे hipnotism (सम्मोहन )कहते हैं जिसमे जब आपसे कोई ज्यादा मानसिक रूप से स्ट्रोंग है तो आप उसकी नजरों में देखकर सम्मोहित हो जाते है......और फिर क्या बताये......उनके वश में आप ऐसे वशीभूत हुए की आप उनके गुलाम......अब तमन्ना क्या जाने वैज्ञानिको की बातें......वो तो जानती है कि आप जिसे जितना अपना समझते है आपपर उसका जादू उतना चलता है....... कोई इसे काला जादू कहता है तो कोई नशीला जादू......सोचिये सोचिये........अरे दोस्तों फिर से आप कहाँ खो गए....किसका जादू चला है आपके ऊपर ये मत सोचिये..... खोना है तो तमन्ना की जादू भरी बातो में खोइए और सुनिए एक मस्त जादू भरा गीत.......

http://youtu.be/Id6qIJqGGMQ
 

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